यह महान मंदिर, वाराणसी more info में स्थित है। यह विष्णु का एक प्रसिद्ध मंदिर है। हर रोज हज़ारों भक्त पूजा अर्चना।
यह मंदिर अपनी सुंदरता के लिए भी प्रसिद्ध है।
भवन हनुमान जी का वाराणसी
वाराणसी शहर के उत्तम हनुमान जी का मंदिर है। यह मंदिर उसका सुंदर निर्माण के लिए जाना जाता है। हर साल यहाँ अद्भुत की संख्या में देवभक्त आते हैं।
- यह मंदिर
- बहुत पुराना है
- पवित्र स्थान
बनारस में बजरंगबली मंदिर
यह परमपूजनीय मंदिर विश्वास का एक महत्वपूर्ण बिन्दु है। यह मंदिर उत्तराखंड से करीब स्थित है। बहुत मूर्ति को देखने के लिए लोगों की भीड़ लगातार बढ़ती होती है।
श्री हनुमान जी वाराणसी
यहाँ बनारस में भगवान हनुमान की उपासना का विशेष महत्व है। बहुत से मंदिरों में उनकी प्रतिमाएँ स्थापित हैं, और हर दिन उनका सर्वार्थी भक्तजन उनके दर्शन प्राप्त करने आते हैं।
वाल्मीकि रामायण के अनुसार, हनुमान जी का वाराणसी से गहरा संबंध है। वह यहां पर स्वयं आए थे और लोगों की पूजा करने लगे।
उनके मंदिरों में कई विशेष त्योहार भी आयोजित किए जाते हैं, जैसे कि:
* हनुमान जयंती
* दीपावली
* शिव रत्री
भगवान हनुमान का वाराणसी में स्थान सर्वोपरि है। उनकी विश्वास से हर कोई आध्यात्मिक विकास प्राप्त करता है।
विरासत के स्वर्णिम : वाराणसी की प्रसिद्ध मूर्ति
वाराणसी, भारत का/की/में प्राचीन और/से/साथ ऐतिहासिक शहर का महत्वपूर्ण स्थान है । यह नगर/शहर/क्षेत्र अपने अद्भुत प्राचीनता/ऐतिहासिक महत्व/विरासत के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ स्थित/स्थापित/जुड़ा एक मूर्ति, संकट मोचन / मनमोहन / सर्वज्ञ है जो जनता/देवोतों/भक्तों के बीच अत्यंत प्रिय है।
इस मूर्ति का रूप/आकृति/स्वरुप शांत/विश्वसनीय / सुंदर होता है, जो देखने वालों/भक्तों/लोगों को शांति प्रदान करता है। वाराणसी में संकट मोचन मूर्ति का दर्शन करना / संकट मोचन की पूजा करने जाना / संकट मोचन के दर्शन को प्राप्त करना हर भक्त/लोग/आत्मा के लिए एक पवित्र और खास मौका है।
विश्वामित्र के शिष्य
हनुमानजी वेदों से भरपूर गुरु विश्वामित्र जी के प्रबल शिष्य हुए थे। उन्होंने सर्वोत्तम
शिक्षाएँ प्राप्त कीं और अपनी बलिष्ठ तपस्या से ब्रह्मांड में प्रसिद्धि अर्जित की। हनुमान जी का प्रबुद्ध
चरित्र और उनका निष्ठा आज भी हमें प्रेरणा प्रदान करता है।